हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई छात्रवृत्ति योजना को 6 साल बाद फिर से लाया गया है. पहले यह योजना कॉविड-19 के दौरान वर्ष 19 में बंद हो गई थी जिससे विद्यार्थियों में काफी निराशा फैल गई थी अब 2025 में इसे फिर से लागू किया गया है. जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को बिना किसी रूकावट के आगे पढ़ाई जारी रखना है.
हरियाणा में दसवीं कक्षा में टॉप करने वाले 1500 विद्यार्थियों को सरकार इस योजना के तहत अगले 2 साल तक ₹12000 की स्कॉलरशिप देगी. यह स्कॉलरशिप 11वीं और 12वीं कक्षा तक पढ़ाई जारी रखने के लिए दी जाएगी. ऐसे विद्यार्थी जो हाल ही में कक्षा दसवीं में है वह अच्छे अंक लाकर इस स्कीम का लाभ अगले दो वर्षों तक ले सकते हैं.
इन छात्रों को मिलेगा स्कॉलरशिप योजना का लाभ
इस स्कॉलरशिप का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को कक्षा ग्यारहवीं और कक्षा 12वीं में विज्ञान संकाय लेना अनिवार्य होगा. इस स्कॉलरशिप के लिए भिवानी बोर्ड, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाण पत्र की विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं. लेकिन अंकों की न्यूनतम प्रतिशत और चयनित विद्यार्थियों की संख्या अलग-अलग निर्धारित की गई है.
चयन प्रक्रिया
इस स्कॉलरशिप योजना के तहत भिवानी बोर्ड के छात्रों को 90% अंक लाने होंगे. वहीं दूसरे बोर्ड के विद्यार्थियों को इस स्कीम का लाभ लेने के लिए 95% अंक लाने अनिवार्य हैं, भिवानी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों के 1300, CBSE के 180, व आईएससी के 20 टॉपर विद्यार्थियों को इस स्कीम के तहत चयनित किया जाएगा.
सरकार ने इस स्कॉलरशिप की पूरी जिम्मेदारी गुरुग्राम स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद को दी है। भिवानी के जिला अधिकारी निर्मल दहिया ने बताया कि इस स्कीम की लाभ की राशि सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में जारी की जाएगी।
