करनाल: हैफेड शुगर मिल असंध के अंतर्गत आने वाले गांवों के गन्ना किसानों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। वर्ष 2025-26 में नोटिफाइड गन्ना किस्मों की बुवाई को बढ़ावा देने के लिए किसानों को तीन से पाँच हजार रुपये प्रति एकड़ तक प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इससे किसानों को उन्नत किस्में अपनाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इन तरीकों और किस्मों पर मिलेगा अनुदान
सरकार द्वारा इस योजना के तहत अलग-अलग खेती विधियों और गन्ना किस्मों पर विशेष अनुदान तय किया गया है—
- वाइड रॉ स्पेसिंग मेथड से बुवाई: ₹3,000 प्रति एकड़
- सिंगल बड मेथड से बुवाई: ₹3,000 प्रति एकड़
- सीड नर्सरी तैयार करने पर: ₹5,000 प्रति एकड़
- गन्ना किस्म CO-15023 लगाने पर: ₹5,000 प्रति एकड़
- किस्म CO-15023 बेचने वाले किसानों को भी: ₹5,000 प्रति एकड़
इन आधुनिक तकनीकों से गन्ने की पैदावार बढ़ती है और खेत की उत्पादकता लंबे समय तक बेहतर रहती है। सरकार का उद्देश्य है कि किसान पारंपरिक तौर-तरीकों से आगे बढ़कर नई वैज्ञानिक विधियों को अपनाएं।
31 दिसंबर तक करना होगा ऑनलाइन आवेदन
सहायक गन्ना विकास अधिकारी डॉ. सूरजमान ने जानकारी दी कि किसानों को यह अनुदान प्राप्त करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट http://www.agriharyana.gov.in/ पर 31 दिसंबर तक आवेदन करना होगा। उन्होंने बताया कि पात्र किसानों को निश्चित रूप से प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
किसानों के लिए फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वित्तीय सहायता से किसानों की लागत में कमी आएगी और नई किस्मों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
- उत्पादन क्षमता बढ़ेगी
- गन्ना आपूर्ति श्रृंखला होगी मजबूत
- आधुनिक तकनीक अपनाने का अवसर
- आय में सुधार की संभावना
गन्ना क्षेत्र से जुड़े किसानों के लिए यह योजना बड़े बदलाव का मौका है, जिससे वे उन्नत खेती अपनाकर अपनी आय में स्थायी बढ़ोतरी कर सकते हैं।
