झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना राज्य की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत योजना साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन स्तर को सुधारना है। सरकार ने अब तक इस योजना की 15 किस्तें जारी की हैं, और अब सभी लाभार्थी महिलाओं को 16वीं किस्त का इंतजार है। आइए जानते हैं इस योजना से जुड़ी पूरी जानकारी, पात्रता, किस्त की तारीख और अन्य जरूरी विवरण।
योजना का उद्देश्य
मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत झारखंड सरकार ने महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए की थी। राज्य की ग्रामीण और कमजोर वर्ग की महिलाएं अक्सर आर्थिक तंगी का सामना करती हैं, ऐसे में यह योजना उनके लिए आर्थिक सहारा बनकर आई है। सरकार हर किस्त में पात्र महिला को ₹2,500 की सहायता राशि सीधे बैंक खाते में भेजती है।
इस योजना का नाम “मंईयां” यानी ‘मां’ के सम्मान को दर्शाता है। यह केवल एक आर्थिक योजना नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान भी है।
16वीं किस्त कब आएगी
सरकारी सूत्रों के अनुसार, मंईयां सम्मान योजना की 16वीं किस्त नवंबर 2025 के बीच जारी की जाएगी। अनुमान है कि यह किस्त 17 नवंबर से 22 नवंबर 2025 के बीच महिलाओं के बैंक खातों में भेजी जा सकती है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की गई है।
इसलिए लाभार्थी महिलाओं को सलाह दी गई है कि वे नवंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक अपने बैंक खातों की जांच करती रहें। जैसे ही राशि आपके खाते में आएगी, बैंक की ओर से SMS के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।
पात्रता के नियम
मंईयां सम्मान योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो निम्नलिखित शर्तों को पूरा करती हैं:
- लाभार्थी झारखंड राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- महिला की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आयकर देने वाली महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
- परिवार के पास ट्रैक्टर के अलावा कोई चारपहिया वाहन नहीं होना चाहिए।
- महिला का बैंक खाता सक्रिय हो और उसमें DBT (Direct Benefit Transfer) की सुविधा चालू हो।
इन शर्तों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ केवल जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं तक पहुंचे।
राशि और किस्त का भुगतान
सरकार की ओर से हर पात्र महिला को ₹2,500 की राशि प्रति किस्त दी जाती है। यह राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है। यदि किसी लाभार्थी को पिछली किसी किस्त का भुगतान नहीं मिला है, तो दो किस्तें एक साथ भी भेजी जा सकती हैं। यानी खाते में ₹5,000 तक की राशि आ सकती है।
सभी भुगतान केवल बैंकिंग माध्यम से होते हैं ताकि पारदर्शिता बनी रहे और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
कैसे जांचें किस्त आई या नहीं
लाभार्थी महिलाएं निम्न तरीकों से यह पता कर सकती हैं कि उनकी 16वीं किस्त का भुगतान हुआ या नहीं:
- अपने बैंक की पासबुक अपडेट करें या बैंक शाखा जाकर खाता जांचें।
- नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप से लेन-देन का विवरण देखें।
- बैंक से आने वाले SMS पर ध्यान दें — ₹2,500 की राशि क्रेडिट होने पर संदेश मिलेगा।
अगर खाते में राशि नहीं आई है, तो यह संभव है कि आवेदन की प्रक्रिया अधूरी हो या बैंक खाता DBT के लिए सक्रिय न हो। ऐसे मामलों में महिला को अपने ब्लॉक कार्यालय या महिला एवं बाल विकास विभाग से संपर्क करना चाहिए।
भुगतान रुकने के संभावित कारण
कई बार कुछ लाभार्थियों को किस्त का भुगतान नहीं मिल पाता। इसके पीछे निम्न कारण हो सकते हैं:
- आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई हो।
- बैंक खाता निष्क्रिय हो या आधार से लिंक न हो।
- परिवार की आय या संपत्ति संबंधी जानकारी अद्यतन न की गई हो।
- सरकार द्वारा जारी नई पात्रता सूची में नाम न हो।
इन स्थितियों में लाभार्थियों को अपने आवेदन की स्थिति जांचनी चाहिए और आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन करवाना चाहिए।








