कृषि सखी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत महिलाएं कृषि क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर सकती हैं और अपनी आय को बढ़ा सकती हैं। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है, बल्कि उन्हें सामाजिक दृष्टि से भी सशक्त करती है।
Krishi Sakhi Yojana के लाभ
- प्रशिक्षण: महिलाओं को कृषि क्षेत्र में विभिन्न तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाती है।
- आय वृद्धि: महिलाएं इस योजना के माध्यम से 60,000 से 80,000 रुपये प्रतिवर्ष कमा सकती हैं।
- सशक्तिकरण: ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं और उनके जीवन स्तर में सुधार होता है।
- समुदाय विकास: कृषि सखी अन्य किसानों को भी मार्गदर्शन देती है, जिससे पूरे समुदाय को लाभ होता है।
Krishi Sakhi Yojana की विशेषताएं
- शुरुआत: यह योजना 12 राज्यों में शुरू की गई है, जिसमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, मेघालय, आंध्र प्रदेश और झारखंड शामिल हैं।
- प्रशिक्षण अवधि: महिलाओं को 56 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी।
- पात्रता: 18 वर्ष से अधिक आयु की ग्रामीण महिलाएं इस योजना के लिए पात्र हैं।
- दस्तावेज़: आधार कार्ड, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो, और बैंक खाता पासबुक की आवश्यकता होती है।
Krishi Sakhi Yojana आवेदन प्रक्रिया
- ऑफलाइन आवेदन: सबसे पहले अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय जाएं।
- आवेदन फॉर्म: वहां से कृषि सखी योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- जानकारी भरें: फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- जमा करें: फॉर्म और दस्तावेजों को संबंधित कार्यालय में जमा करें।
- जांच: अधिकारी आपके आवेदन की जांच करेंगे और सही पाए जाने पर आपको चयनित करेंगे।
चयनित महिलाओं को मिलेगा क्या?
चयनित महिलाओं को कृषि सखी के रूप में प्रमाणित किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण के बाद कृषि उद्यमी बनने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, उन्हें प्रतिमाह संसाधन शुल्क भी मिलेगा।
Krishi Sakhi Yojana के तहत मिलने वाली ट्रेनिंग
महिलाओं को निम्नलिखित विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाता है:
- मृदा परीक्षण और प्रबंधन: भूमि की उर्वरता जांचना और उचित पोषक तत्वों का प्रबंधन।
- बीज प्रसंस्करण: गुणवत्ता बीजों का चयन और उनका संरक्षण।
- जैविक खाद निर्माण: जैविक खाद बनाने की विधियाँ और उनके उपयोग।
- फसल संरक्षण: फसलों को कीट और बीमारियों से बचाने की तकनीकें।
- पशुधन प्रबंधन: पशुओं की देखभाल और उनके स्वास्थ्य प्रबंधन।
प्रशिक्षण के बाद के अवसर
प्रशिक्षण के बाद महिलाएं कृषि सखी के रूप में काम कर सकती हैं। उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं में शामिल किया जा सकता है, जैसे:
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना: मृदा परीक्षण और किसानों को परामर्श देना।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: किसानों को बीमा योजनाओं के बारे में जागरूक करना और उन्हें लाभ दिलाना।
- बागवानी मिशन: बागवानी संबंधित कार्यों में सहायता करना।
- वर्षा आधारित क्षेत्र विकास योजना: सूखे क्षेत्रों में जल संरक्षण और कृषि प्रथाओं का सुधार करना।
निष्कर्ष
कृषि सखी योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिससे वे कृषि क्षेत्र में अपना भविष्य सुधार सकती हैं। यह योजना न केवल उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास और कौशल को भी बढ़ाएगी।
यदि आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, तो आज ही अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय जाकर आवेदन करें। योजना के बारे में अधिक जानकारी और पंजीकरण प्रक्रिया के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं।